एलबीएसएनएए (लबासना) में 125वें प्रवेश प्रशिक्षण कार्यक्रम कर रहे राज्य सिविल सेवा अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 18.03.2024
एलबीएसएनएए (लबासना) में 125वें प्रवेश प्रशिक्षण कार्यक्रम कर रहे राज्य सिविल सेवा अधिकारियों ने आज 18 मार्च, 2024 को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आज वे दूसरों को प्रेरणा देने की स्थिति में हैं। उनके द्वारा उठाए गए हर कदम से उनके आसपास के लोगों को विभाग अथवा संगठन की प्रगति के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरणा मिलनी चाहिए। आईएएस अधिकारियों के रूप में, उन्हें सरकार के प्रशासनिक कामकाज और सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों पर एक अखिल भारतीय दृष्टिकोण विकसित करना है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इन दिनों, तकनीकी रूप से सक्षम और जागरूक नागरिक उनके लिए उपलब्ध सार्वजनिक अथवा निजी, हर सेवा पर नज़र रखते हैं। आज के समय अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं और सेवा प्रदाता को सक्रिय रूप से प्रश्नों का उत्तर देना पड़ता है और ग्राहकों को संतुष्ट करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को इस बदलती दुनिया में डिजिटल प्रशासन को अपने कार्यों में अपनाना है और तद्नुसार अपनी क्षमताओं को बढ़ाना है। उन्होंने अधिकारियों को कुशल और स्मार्ट प्रशासन के लिए एआई, ब्लॉकचेन और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी नवीनतम तकनीकों का उपयोग करने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि सहयोग करना और मिलकर चलना आज के समय की मांग है। कम समय अवधि में वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए संगठन, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न हितधारकों में आपसी सहयोग आवश्यक है। इसी तरह, समृद्ध और विविध अनुभवों के साथ नए विचारों और नई प्रौद्योगिकियों को जोड़कर ऐसे प्रभावशाली बदलाव लाए जा सकते हैं, जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अधिकारियों को कोई भी विकासात्मक कार्य आरंभ करते समय स्थिरता और समावेशिता को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। चूँकि दुनिया ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के खतरों का सामना कर रही है, इसलिए यह आवश्यक है कि वे पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को अपनाने और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए नवीन उपाय करें। विकास का एक और प्रमुख पहलू है-समावेशन, जिसका अर्थ है आपसी भागीदारी को प्रोत्साहित करना और वंचित और हाशिए पर पड़े वर्गों सहित सबकी प्रगति सुनिश्चित करना।