भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा और भारतीय नौसेना आयुध सेवा के अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 07.03.2024
भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा (2019, 2020 और 2021 बैच) और भारतीय नौसेना आयुध सेवा (2023 बैच) के अधिकारियों ने आज 7 मार्च, 2024 को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
राष्ट्रपति ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका यह महत्वपूर्ण दायित्व है की भारतीय नौसेना को हर समय आयुध और अन्य भौतिक संसाधनों से लैस करके राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करें। इसलिए, उन्हें देश के समुद्री हितों को सुरक्षा प्रदान करने वालों के लिए रसद सहायता और आयुध आपूर्ति के प्रबंधक के रूप में चुने जाने पर गर्व होना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान समय में दुनिया के देश अपने समुद्री हितों पर पहले से कहीं अधिक ध्यान दे रहे हैं और समुद्री सहयोग बढ़ा रहे हैं और संयुक्त रूप से अभ्यास भी कर रहे हैं। भारत के एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभरने के साथ, अति उन्नत तकनीक का उपयोग करके कुशल रसद प्रबंधन के माध्यम से भारतीय नौसेना को सहयोग देने की आवश्यकता है। भू-राजनीतिक उतार-चढ़ाव के इस दौर में दोनों सेवाएँ भारतीय नौसेना के सुचारू कामकाज के लिए महत्वपूर्ण हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय नौसेना की संचालन तत्परता को सुविधाजनक बनाने के लिए समय-समय पर सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने में भारतीय नौसेना सामग्री प्रबंधन सेवा के अधिकारियों की प्रमुख भूमिका है। उन्हें सेवा प्रणाली में सुधार लाने के लिए नवीनतम तकनीक का पूरा उपयोग करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से इन्वेंट्री प्रबंधन और सेवा व्यवस्था को अत्यधिक कुशल और निर्बाध बनाने के लिए नवीन दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने अधिकारियों से कहा कि विभिन्न परियोजनाएं शुरू करते समय उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि परियोजनाओं में ऊर्जा का सदुपयोग हो रहा है और वे पर्यावरण अनुकूल और टिकाऊ हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपनी भावी पीढ़ियों को एक स्वस्थ, सुरक्षित और खुशहाल वातावरण देना है। इंजीनियर होने के नाते वे पर्यावरण की दृष्टि से बेहतर पहल की परिकल्पना करके और उसे कार्यरूप देकर असल में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।