भारत की राष्ट्रपति श्री सत्य साई उच्च शिक्षा संस्थान के 42वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 22.11.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 22 नवंबर, 2023 को पुट्टपर्ती, आंध्र प्रदेश में श्री सत्य साई उच्च शिक्षा संस्थान के 42वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं और उसे संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि आध्यात्मिकता विश्व समुदाय को भारत की अमूल्य भेंट है। हमारे देश में समय-समय पर महान आध्यात्मिक विभूतियों ने सदाचार, करुणा और परोपकार का संदेश फैलाया है। श्री सत्य साई बाबा ऐसी ही महान विभूति थे जिन्होंने पुट्टपर्ती के क्षेत्र को पवित्र किया। उनके आशीर्वाद से लाखों लोग लाभान्वित होते रहे हैं और होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी महान विभूतियों की शिक्षा की अवधारणा हमारी महान परंपराओं को जीवंत बनाती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि जीवन मूल्यों और नैतिकता की शिक्षा देना ही वास्तविक शिक्षा है। प्रत्येक छात्र में सत्य, सदाचार, शांति, स्नेह और अहिंसा के मूल्यों को जीवन में आत्मसात करना समग्र शिक्षा का मुख्य लक्ष्य होता है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि श्री सत्य साई उच्च शिक्षा संस्थान में मानवीय और आध्यात्मिक मूल्यों को आधारभूत महत्व दिया जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रति संस्थान का समग्र दृष्टिकोण बहुत प्रभावशाली है। शिक्षा के स्थान पर शिक्षा-देखभाल की अवधारणा अत्यंत उपयोगी और सारगर्भित है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस संस्थान ने शिक्षा प्रक्रिया में शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक, भावात्मक और आध्यात्मिक आयामों को समाहित किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस संस्थान के छात्र पेशेवर रूप से सुदृढ़, सामाजिक रूप से जिम्मेदार और आध्यात्मिक रूप से जागरूक व्यक्तित्व का विकास करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे श्री सत्य साई बाबा के शाश्वत जीवन मूल्यों और शिक्षाओं का प्रसार करेंगे और आधुनिक प्रगति के साथ-साथ आध्यात्मिक उत्कर्ष के उदाहरण प्रस्तुत करें।