भारत की राष्ट्रपति न्यूजीलैंड में; न्यूज़ीलैंड के गवर्नर जनरल, प्रधानमंत्री और उप प्रधानमंत्री से मुलाकात की
न्यूज़ीलैंड अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन को संबोधित किया
राष्ट्रपति भवन : 08.08.2024
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की अपनी राजकीय यात्रा के दूसरे चरण में आज सुबह 8 अगस्त, 2024 को वेलिंग्टन, न्यूजीलैंड पहुंचीं।
न्यूजीलैंड के गवर्नर जनरल डेम सिंडी किरो ने गवर्नमेंट हाउस में राष्ट्रपति मुर्मु का स्वागत किया। उनका पारंपरिक माओरी "पोविरी" समारोह के साथ स्वागत किया गया और उन्हें रॉयल गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंधों की सराहना की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। दोनों विशेष रूप से व्यापार और व्यवसाय के माध्यम से पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग और साझेदारी स्थापित करके भारत-न्यूजीलैंड आर्थिक संबंधों के दायरे को व्यापक बनाने के प्रयासों को जारी रखने की आवश्यकता पर सहमत हुए।
अगले कार्यक्रम में, राष्ट्रपति ने न्यूजीलैंड अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन को संबोधित किया, जहां इस वर्ष भारत को 'कंट्री ऑफ ऑनर’ रूप में सम्मान दिया गया है।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने ज्ञान पिपासा की समृद्ध भारतीय परंपरा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति सहित शिक्षा के क्षेत्र में समकालीन प्रगति के बारे में विस्तार से बताया, जिसका उद्देश्य बहु-विषयक शिक्षा, महत्वपूर्ण सोच और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देकर भारतीय शिक्षा जगत में परिवर्तन लाना है।
उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड अनुसंधान और नवाचार, समावेशिता और उत्कृष्टता पर केन्द्रित उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए जाना जाता है। अनेक भारतीय छात्र न्यूजीलैंड के विभिन्न संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने दोनों देशों के संस्थानों के बीच विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, व्यावसायिक और कौशल-आधारित प्रशिक्षण, जलवायु और पर्यावरण अध्ययन, सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र सहित शैक्षिक आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ाने के लिए कहा।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच सांस्कृतिक संबंधों को गहरा करने से लेकर क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता तक विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई।
इससे पहले न्यूजीलैंड के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति को स्वीकार किया और सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
राष्ट्रपति ने वेलिंग्टन रेलवे स्टेशन पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और वेलिंग्टन में पुकेहू राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद सैनिकों को पुष्प-माला अर्पित की। दोनों अवसरों पर गवर्नर जनरल डेम सिंडी किरो राष्ट्रपति के साथ शामिल हुए।
वेलिंग्टन में अंतिम आधिकारिक कार्यक्रम में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गवर्नर जनरल किरो द्वारा उनके सम्मान में आयोजित किए गए भोज में शामिल हुईं।
इस अवसर पर अपनी उद्बोधन में, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड ने पिछले कुछ वर्षों में लोकतंत्र और विधि द्वारा स्थापित शासन में निहित साझा मूल्यों पर आधारित मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित किए हैं। दोनों देश विविधता और समावेशिता को महत्व देते हैं और यह हमारे समाज के बहुसांस्कृतिक ताने-बाने में साफ झलकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भविष्य को देखते हुए न्यूजीलैंड के साथ हमारे जुड़ाव को गहरा करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने की अपार संभावनाएं नजर आती हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, हरित प्रौद्योगिकी, कृषि प्रौद्योगिकी, वाणिज्यिक अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में सहयोग के अनेक अवसर उपलब्ध हैं।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि वैश्विक क्षेत्र में, भारत और न्यूजीलैंड ने जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा जैसी गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार मिलकर कार्य किया है।
राजकीय यात्रा के दौरान दोनों नेताओं के बीच असाधारण दिली और सौहार्दपूर्ण बातचीत से विशेष संबंध और आत्मीयता बनी। गवर्नर जनरल डेम सिंडी किरो यह पद संभालने वाली माओरी मूल की पहली महिला हैं, जबकि राष्ट्रपति मुर्मु, भारत की जनजातीय समुदाय से पहली महिला राष्ट्रपति हैं। दोनों नेताओं के शिक्षा के क्षेत्र में भी समान रुचि और अनुभव रहे हैं।
वेलिंग्टन में आधिकारिक कार्यक्रमों के सफल समापन के बाद, राष्ट्रपति ऑकलैंड के लिए रवाना हो गईं जहां वह कल भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगी।