भारत की राष्ट्रपति निम्हान्स, बेंगलुरु के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुईं

राष्ट्रपति भवन : 03.01.2025

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 3 जनवरी, 2025 को बेंगलुरु में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निम्हान्स) के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुईं। 

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि निम्हान्स नवोन्मेषी अनुसंधान और गहन शैक्षणिक कार्यक्रम के साथ-साथ रोगियों की देखभाल के क्षेत्र में अपने असाधारण योगदान से मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान के क्षेत्र का अग्रणी संस्थान बन गया है। समुदाय आधारित मानसिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र, बेल्लारी मॉडल ने इतिहास कायम किया है। यह केंद्र, जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने के लिए टेली मानस (MANAS) प्लैटफ़ार्म, प्रौद्योगिकी का प्रयोग करता है। उन्होंने प्रसन्नता जताई कि पूरे देश में 53 टेली मानस सेल ने पिछले दो वर्ष के दौरान, लगभग 17 लाख लोगों को उनकी भाषा में सेवा प्रदान की है। 

राष्ट्रपति ने कहा कि अतीत में, कुछ समाजों में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों और चिंताओं पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया था। तथापि, हाल के दिनों में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। मानसिक बीमारियों से जुड़ी अवैज्ञानिक मान्यताएँ और प्रथाएं अब बीते दिनों की बात हो चुकी है। इसलिए विभिन्न मानसिक बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए अब चिकित्सा सुविधा प्राप्त करना अब सरल हो गया है। आज जब दुनिया भर में कई तरह की मानसिक समस्याएँ महामारी का रूप ले रही हैं, यह एक स्वागत योग्य कदम है। 

राष्ट्रपति ने कहा कि इस संबंध में बढ़ती हुई जागरूकता से रोगी अपनी समस्याओं के बारे में खुलकर बात कर पा रहे हैं। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि निम्हान्स ने टेली मानस के जरिए रोगियों को कहीं भी और कभी भी परामर्श की सुविधा देकर बच्चों और किशोरों की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए संवाद प्लैटफ़ार्म जैसी कई पहल शुरू की हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे प्राचीन ऋषि-मुनियों और संतों से प्राप्त ज्ञान तथा जीवन संदेश हमें एक ऐसा आध्यात्मिक परिवेश विकसित करने में मदद कर सकते हैं, जिसमें हम जीवन के उन उतार-चढ़ावों को समझ सकते हैं जो हमारे मानसिक संतुलन को प्रभावित करते हैं। हमारे ग्रंथ हमें बताते हैं कि दुनिया में हम जो कुछ भी देखते हैं, उसका मूल मन ही है। उन्होंने मानसिक और शारीरिक दोनों तरह के कष्टों को दूर करने के लिए योग जैसी पारंपरिक पद्धतियों को आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों के साथ सफलतापूर्वक जोड़ने के लिए निम्हान्स की सराहना की।

राष्ट्रपति ने कहा कि स्वस्थ मन ही स्वस्थ समाज की नींव है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ज्ञान और बुद्धि के साथ-साथ करुणा और दया, चिकित्सकों और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े हुए अन्य विशेषज्ञों को हर समय, हर परिस्थिति में उच्चतम गुणवत्तायुक्त चिकित्सकीय देखभाल प्रदान करने में मार्गदर्शन करेगी।

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