भारत की राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति निलयम में विभिन्न पर्यटक आकर्षण स्थलों का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति भवन : 21.12.2023

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 21 दिसंबर, 2023 को राष्ट्रपति निलयम में विभिन्न पर्यटक आकर्षण स्थलों का उद्घाटन किया। उन स्थलों में निम्नलिखित शामिल हैं:

- एक ऐतिहासिक ध्वज स्तंभ की प्रतिकृति;
- भूलभुलैया और बाल वाटिका;
- पुनःस्थापित बावड़ियाँ और पारंपरिक सिंचाई प्रणाली;
- चट्टानी जल झरने पर बनी हुई शिव और नंदी की मूर्तियां;

तथा

- नॉलेज गैलरी में बनाए गए नए एन्क्लेव।

सागौन की लकड़ी से बनाया गया 36 मीटर (120 फुट) ऊंचा ध्वज स्तंभ, जो 1948 में हैदराबाद राज्य के भारतीय संघ में एकीकरण को दर्शाता है।

मुख्य भवन के पास स्थित भूलभुलैया का मुरैया एक्सोटिका एक मुख्य आकर्षण स्थल है। युवा आगंतुकों के लिए बाल वाटिका बनाई गई है।

तीन बावड़ियों को पुनःस्थापित किया गया है, वर्ष में इन बावड़ियों में बड़ी मात्रा में वर्षा जल एकत्र होगा। इससे जल सुरक्षा और स्थानीय संसाधन स्थिरता बढ़ेगी और पारंपरिक सिंचाई प्रणालियाँ को देखकर आगंतुक अपनी विरासत के बारे में जान पाएंगे।

बरगद के वृक्ष के नीचे दक्षिण की ओर मुंह करके बैठे दक्षिणमूर्ति शिव और एक चट्टान पर नंदी बैल आगंतुकों के लिए एक आकर्षण स्थल है।

नॉलेज गैलरी में दो नए एन्क्लेव जोड़े गए हैं - एक एन्क्लेव से हैदराबाद के एकीकरण के बारे में जानकारी मिलती है और दूसरे से राष्ट्रपति भवन और भारत के राष्ट्रपतियों के बारे में जानकारी मिलती है।

नॉलेज गैलरी के बाहर रॉक पेंटिंग्स में "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" के विभिन्न पहलुओं जैसे वैज्ञानिक और रक्षा उपलब्धियां, विरासत, विभिन्न स्मारक और कला रूपों को दर्शाया गया है।

राष्ट्रपति के दक्षिणी प्रवास के समय के अलावा राष्ट्रपति निलयम पूरे वर्ष आम जनता के लिए खुला रहता है। आगंतुक http://visit.rashtrapati bhavan.gov.in के माध्यम से अपना स्लॉट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। आम जनता सप्ताह में छह दिन (सोमवार और सरकारी अवकाशों को छोड़कर) सुबह 10:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक निलयम देख सकते हैं, अंतिम प्रवेश शाम 04:00 बजे तक किया जा सकता है। राष्ट्रपति निलयम के स्वागत कार्यालय में वॉक-इन बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

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