भारत की राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति के अंगरक्षक को राष्ट्रपति के अंगरक्षक स्टैंडर्ड और रेजिमेंटल स्टैंडर्ड प्रदान किए

राष्ट्रपति भवन : 16.11.2023

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 16 नवंबर, 2023 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति के अंगरक्षक (पीबीजी) को नए बॉडीगार्ड स्टैंडर्ड और नवीनीकृत रेजिमेंटल स्टैंडर्ड प्रदान किए। रेजिमेंट को 60 वर्ष पहले 1963 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन द्वारा बॉडीगार्ड के स्टैंडर्ड और उनके रेजिमेंटल स्टैंडर्ड प्रदान किए गए थे।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने अपने संक्षिप्त सम्बोधन में, रेजिमेंट के 250 गौरवशाली वर्ष पूरे होने पर राष्ट्रपति अंगरक्षक के सभी अधिकारियों और सैनिकों को बधाई दी। उन्होंने उत्कृष्ट सैन्य परंपराओं और प्रोफेशनलिज़्म के लिए पीबीजी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ये भारत की समृद्ध विरासत और संस्कृति के वाहक हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का अंगरक्षक होने के सम्मान से उनकी अतिरिक्त जिम्मेदारी भी हो जाती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे राष्ट्रपति भवन की उत्तम परंपराओं को बनाए रखने के लिए समर्पण, अनुशासन और वीरता से कार्य करेंगे और भारतीय सेना की अन्य रेजिमेंटों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।

राष्ट्रपति के अंगरक्षक भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजिमेंट है, जिसे 1773 में गवर्नर-जनरल के अंगरक्षक (बाद में वायसराय के अंगरक्षक) के रूप में स्थापित किया गया था। 27 जनवरी, 1950 को रेजिमेंट का नाम बदलकर राष्ट्रपति के अंगरक्षक कर दिया गया था।

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