भारत की राष्ट्रपति ने ऑरोविले में 'एस्पाइरिंग फॉर सुपरमाइंड इन द सिटी ऑफ इवोल्विंग कॉन्शसनेस' विषय पर सम्मेलन का उद्घाटन किया
राष्ट्रपति भवन : 08.08.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 8 अगस्त, 2023 को ऑरोविले में 'एस्पाइरिंग फॉर सुपरमाइंड इन द सिटी ऑफ इवोल्विंग कॉन्शसनेस' विषय पर एक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इससे पहले, उन्होंने मातृमंदिर और ऑरोविले में एक सिटी एक्जिबिशन का भी दौरा किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि श्री अरविंदो का मानना था कि सुपरमाइंड मनुष्य को दिव्य प्राणि बना सकता है। उन्होंने यह दर्शन दिया कि अतिमानसिक चेतना में इस भौतिक जगत को दिव्य बनाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि हम में से प्रत्येक के लिए दिव्यता का एक अलग अर्थ और परिभाषा है। लेकिन एक बात सामान्य है। जो दिव्य है उसे भौतिकता से ऊपर और मूर्त से पार होना होगा। दिव्य मन एक शुद्ध मन है। यह स्वयं से ऊपर है। यह सबकी प्रगति, एकता और विकास के बारे में सोचता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आध्यात्मिक रूप से जागृत मन एक सामान्य प्राणी को सचेतन प्राणी में बदल सकता है। जागृति ही व्यक्तियों, संगठनों, देशों और दुनिया को बदल सकती है। जब जागृत मन एक हो जाते हैं और एक-समान लक्ष्यों की दिशा में काम करते हैं, तो अकल्पनीय परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि महर्षि अरविंदो द्वारा प्रतिपादित ब्रह्मांडीय सत्ता की धारणा उन मुद्दों के लिए बहुत प्रासंगिक है जिनका दुनिया सामना कर रही है। ब्रह्मांडीय चेतना की अवधारणा को समझने और अपनाने से ही आज दुनिया के सामने आने वाले कई मुद्दों का सद्भाव के साथ समाधान किया जा सकता है। सर्वोच्च सत्ता और ब्रह्मांडीय मन की अवधारणाएँ जीवन के अंतिम उद्देश्य की प्राप्ति की ओर ले जाती हैं। ये आदर्श दुनिया को सौहार्दपूर्ण और शांतिमय बना सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि ऑरोविले एक ऐसा स्थान है जहां मानव मस्तिष्क खोजबीन करता है, विकसित होता है और अति-चेतन होने के बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करता है। यह सभी मनुष्यों के विकास को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक चुनौतियों का स्थाई समाधान प्रदान करने में दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। ऑरोविले कम्यूनिटी इस प्रयास में एक बड़ा योगदान दे सकती है।