भारत की राष्ट्रपति ने न्यूजीलैंड में एक सामुदायिक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया
भारतीय समुदाय के पास भारत की विकास गाथा में योगदान देने और इसका हिस्सा बनने के अनगिनत तरीके हैं:
राष्ट्रपति मुर्मु भारत ऑकलैंड में वाणिज्य दूतावास खोलेगा
राष्ट्रपति तिमोर-लेस्ते के लिए रवाना हुईं
राष्ट्रपति भवन : 09.08.2024
न्यूजीलैंड की अपनी यात्रा के अंतिम दिन, भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में ऑकलैंड में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया। इस अवसर पर उनके साथ राज्य मंत्री श्री जॉर्ज कुरियन के साथ-साथ संसद सदस्य श्री सौमित्र खान और श्री जुगल किशोर भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर न्यूजीलैंड के सभी हिस्सों से ऑकलैंड आए भारतीय समुदाय के सदस्यों की उत्साही सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने न्यूजीलैंड के विकास और समृद्धि में अहम भूमिका निभाने के लिए उनकी सराहना की। व्यवसाय से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा से लेकर प्रौद्योगिकी तक, उनका योगदान अमूल्य है।
राष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय के समर्पण, कड़ी मेहनत और रचनात्मक भावना की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये मूल्य पीढ़ियों से हमारा मार्गदर्शन करते रहे हैं और भविष्य में भी हमें प्रेरित करते रहेंगे।
राष्ट्रपति ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों की तीव्र प्रगति को देखकर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय यात्राओं और प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान ने दोनों देशों के बीच समझ को गहरा करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने में योगदान दिया है। उन्होंने न्यूजीलैंड सरकार और लोगों की समावेशी और स्वागत की भावना की सराहना की, जिससे भारतीय समुदाय फलने-फूलने और समृद्ध होने में सक्षम हुआ।
राष्ट्रपति ने घोषणा की कि ऑकलैंड में भारतीय प्रवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने के लिए भारत जल्द ही ऑकलैंड में एक वाणिज्य दूतावास खोलेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि यह न्यूजीलैंड के साथ भारत के राजनयिक संबंधों को और बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि हम दुनिया भर में अपने प्रवासी भारतीय समुदाय को विकसित भारत बनाने की यात्रा में प्रमुख भागीदार के रूप में देखते हैं। भारतीय समुदाय के कौशल, विशेषज्ञता और अनुभव भारत की प्रगति के लिए मूल्यवान हैं। स्वागत समारोह के बाद, राष्ट्रपति अपनी तीन देशों की राजकीय यात्रा के अंतिम चरण तिमोर-लेस्ते के लिए रवाना हो गईं।