भारत की राष्ट्रपति ने मलावी के राष्ट्रपति से मुलाकात की; प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया
कला और संस्कृति, युवा मामले, खेल और फार्मास्युटिकल सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साक्षी बनी
कल मलावी में भारतीय समुदाय को संबोधित किया
राष्ट्रपति भवन : 17.10.2024
मलावी की अपनी यात्रा के दूसरे दिन 18 अक्तूबर, 2024 को भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने स्टेट हाउस, लिलोंग्वे का दौरा किया, जहां मलावी गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम डॉ. लाजरस मैक्कार्थी चकवेरा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच भारत-मलावी संबंधों को और मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई।
राष्ट्रपति की उपस्थिति में कला एवं संस्कृति, युवा मामले, खेल और फार्मास्युटिकल सहयोग पर समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। उनके समक्ष प्रतीकात्मक रूप से भारत की तरफ से मलावी को मानवीय सहायता के रूप में 1000 मीट्रिक टन चावल दिए गए और मलावी को भाभाट्रॉन कैंसर उपचार मशीन सौंपे गए। उन्होंने मलावी में एक स्थाई कृत्रिम अंग फिटमेंट सेंटर (जयपुर फुट) की स्थापना करने में भारत सरकार द्वारा सहयोग दिए जाने की घोषणा की।
इससे पहले आज सुबह, राष्ट्रपति ने लिलोंग्वे में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया और प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध और अन्य सैन्य अभियानों के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों और नागरिकों को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने मलावी के पहले राष्ट्रपति डॉ. हेस्टिंग्स कामुज़ु बांदा के अंतिम स्थल - कामुज़ु समाधि पर भी पुष्पामाला अर्पित की।
कल शाम 17 अक्तूबर, 2024 को राष्ट्रपति ने मलावी में भारत के उच्चायुक्त द्वारा आयोजित एक अभिनंदन समारोह में मलावी में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आपसी विश्वास, समानता और पारस्परिक लाभ के सिद्धांतों पर आधारित अफ्रीकी महाद्वीप के साथ अपनी साझेदारी को महत्व देता है। हमारे सहयोग के मुख्य स्तंभ विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, व्यापार और आर्थिक सहयोग, रक्षा और सुरक्षा और लोगों से लोगों का संपर्क हैं। प्रत्येक स्तंभ भारत-अफ्रीका संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने अफ़्रीकी संघ को G20 संगठन का स्थाई सदस्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ग्लोबल साउथ के अग्रणी सदस्य के रूप में, भारत ग्लोबल साउथ के देशों के साथ अपने अनुभव और क्षमताओं को साझा करता रहेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा प्रवासी भारतीय समाज भारत में हो रहे परिवर्तन का एक अभिन्न अंग है। उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से इस यात्रा में शामिल होने और भारत के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आगे आने का आग्रह किया।
कल 19 अक्तूबर, 2024 को राष्ट्रपति अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की तीन देशों की राजकीय यात्रा पूरी होने के बाद नई दिल्ली रवाना होने से पहले लिलोंग्वे में श्री राधा कृष्ण मंदिर में पूजा और अर्चना करेंगी तथा मलावी झील का दौरा करेंगी।