भारत की राष्ट्रपति अल्जीरिया में; अल्जीरिया के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक की और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया
राष्ट्रपति मुर्मु ने अल्जीरिया में भारतीय समुदाय को संबोधित किया
अल्जीरिया में भारतीय समुदाय, भारत के हितों और सॉफ्ट पावर को आगे ले जाने वाले हैं: राष्ट्रपति मुर्मु
अल्जीरिया-भारत इकोनोमिक फोरम की शोभा बढ़ाई ; कहा कि भारत-अल्जीरिया आर्थिक संबंधों का पूरा उपयोग किया जाना बाकी है
राष्ट्रपति भवन : 14.10.2024
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भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की अपनी राजकीय यात्रा के पहले चरण में कल शाम 13 अक्तूबर, 2024 को अल्जीयर्स, अल्जीरिया पहुंचीं। अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमजीद तेब्बौन हवाई अड्डे पर विशेष रूप से, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को लेने पहुंचे और उनका औपचारिक स्वागत किया।
किसी भी भारतीय राष्ट्रपति की यह अल्जीरिया की पहली यात्रा है।
इस राजकीय यात्रा पर राष्ट्रपति के साथ राज्य मंत्री, श्री सुकांत मजूमदार, और संसद सदस्य, श्री मुकेश कुमार दलाल और श्री अतुल गर्ग भी गए हैं।
कल शाम, राष्ट्रपति ने अल्जीरिया में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित एक अभिनंदन समारोह में अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया।
इस अवसर पर अल्जीरिया के सभी भागों से अल्जीयर्स पहुंचे, भारतीय समुदाय के लोगों की उत्साह भरी सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने अल्जीरिया की अर्थव्यवस्था में उनके योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और भारतीय समाज ने विदेश में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और स्तर को बढ़ाने में भारतीय समुदाय के योगदान को हमेशा महत्व दिया है और उसकी प्रशंसा की है। अल्जीरिया में भारतीय समुदाय, भारत के हितों और सॉफ्ट पावर को आगे ले जाने वाले हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे उपलब्धियां हासिल करते रहेंगे और भारत का गौरव बढ़ाते रहेंगे साथ ही, भारत-अल्जीरिया संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए कार्य करेंगे।
आज सुबह 14 अक्तूबर, 2024 को अपने पहले कार्यक्रम में, राष्ट्रपति ने अल्जीयर्स में मक़ाम इचाहिद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और अल्जीरिया के स्वाधीनता संग्राम में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अल्जीरिया की आजादी के संघर्ष की स्मृति में बनाया गया मौदजाहिद के राष्ट्रीय संग्रहालय का भी दौरा किया।
इसके बाद, राष्ट्रपति ने एल मौराडिया पैलेस का दौरा किया जहां उन्होंने पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ अल्जीरिया के राष्ट्रपति महामहिम श्री अब्देलमजीद तेब्बौन के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान देने और भारत-अल्जीरिया संबंधों को और उच्च स्तर पर ले जाने के तरीकों पर चर्चा की। राष्ट्रपति मुर्मु ने पुष्टि की कि भारत अल्जीरिया को निरंतर समर्थन देने और अफ्रीका के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है। दोनों राष्ट्रपतियों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया और प्रेस को बयान दिए।
अगले कार्यक्रम में, राष्ट्रपति ने अल्जीरिया-भारत इकनॉमिक फोरम को संबोधित किया। यह फोरम अल्जीरियाई इकनॉमिक रिनिवल काउंसिल और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत- अल्जीरिया संबंधों को आगे बढ़ाना हमारे साझा मूल्यों, समान चुनौतियों और आपसी विश्वास के लिए आवश्यक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अल्जीरिया के तेजी से विकास और बढ़ती अर्थव्यवस्था विभिन्न क्षेत्रों में अनेक अवसर उपलब्ध कराती है। उन्होंने भारतीय कंपनियों से अल्जीरियाई अर्थव्यवस्था द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे अवसरों का लाभ उठाने और निवेश करने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि भारत और अल्जीरिया का कुल आपसी व्यापार 1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। हालाँकि, इन आर्थिक संबंधों का पूरा उपयोग किया जाना बाकी है। उन्होंने ऊर्जा, निर्माण, ऑटोमोबाइल, उर्वरक और फार्मास्यूटिकल्स में किए जा रहे सहयोग को बढ़ाने और उज्जवल भविष्य को देखते हुए नए व्यापार और निवेश अवसरों का पता लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आईटी, फिन-टेक, फार्मा, अंतरिक्ष, स्टार्ट-अप और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि भारत इन क्षेत्रों में अपने अनुभव अल्जीरियाई साझेदारों के साथ साझा करना चाहता है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में किए गए सुधारों से भारत में व्यवसाय करना और व्यवसाय में विस्तार करना आसान हो गया है। उन्होंने अल्जीरिया की कंपनियों को भारत की 'मेक इन इंडिया' और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।