भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का Armed Forces Medical College, पुणे को President’s Colour प्रदान करने के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)
पुणे : 01.12.2023
Armed Forces Medical College को उसके 75 वर्ष पूर्ण होने पर President’s Colour प्रदान करते हुए मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। इस महाविद्यालय ने medical education के उच्चतम स्तर के संस्थान के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित की है। राष्ट्र की निरंतर सेवा करने के लिए, मैं इस संस्थान के सभी पूर्व और वर्तमान अधिकारियों, संकाय सदस्यों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों को बहुत-बहुत बधाई देती हूँ।
इस संस्थान के स्नातकों ने युद्ध में, घुसपैठ और आतंकवाद विरोधी अभियानों में, प्राकृतिक आपदाओं और महामारी का सामना करने में, देश के भीतर एवं राष्ट्रीय सीमाओं के बाहर भी अपनी समर्पित सेवाओं के माध्यम से देश को गौरवान्वित किया है। इस संस्थान के विद्यार्थियों ने वीरता, अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। यहाँ के कई स्नातकों को कीर्ति चक्र, वीर चक्र, सेना और नौसेना पदक से भी सम्मानित किया गया है। AFMC के पूर्व विद्यार्थियों को मानवता के प्रति अनुकरणीय सेवा के लिए पद्म भूषण, पद्मश्री, राष्ट्रपति स्वर्ण पदक जैसे सम्मान भी दिए गए हैं। मैं संस्थान के पूर्व विद्यार्थियों एवं कर्मियों को इन उपलब्धियों के लिए बधाई देती हूँ।
देवियो और सज्जनो,
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि AFMC से शिक्षा प्राप्त करने वाली बहुत सी महिलाओं ने सेना चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और सेना के विभिन्न अंगों में उच्च पदों को सुशोभित किया है। मुझे ज्ञात हुआ है कि AFMC की पूर्व छात्रा पुनीता अरोड़ा देश की सेना में पहली महिला Lieutenant General बनीं। Indian Air Force की पहली महिला Air Marshal, पद्मा बंदोपाध्याय भी इसी संस्थान की पूर्व cadet हैं। ऐसी अनेक महिला cadets यहाँ से स्नातक होकर सेना में उच्च पदों पर पहुंची हैं। मैं आशा करती हूँ कि उनसे प्रेरणा लेकर महिलाएं अधिक संख्या में भारतीय सेना में अपना career चुनेंगी। वे अपने अधिकारों के प्रति और भी अधिक जागरूक होंगी, तथा आगे बढ़ने में अन्य महिलाओं की भी मदद करेंगी।
हमारी सेना के अनुशासन, अदम्य साहस और कौशल ने सदा हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा की है। साथ ही देश के विकास के लिए शांतिपूर्ण आंतरिक वातावरण तैयार करने में भी बड़ी भूमिका निभाई है। सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाएँ हमारे वीर सैनिकों को सर्वाधिक स्वस्थ और युद्ध के लिए सदैव तैयार रहने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। Armed Forces Medical College से चिकित्सा विज्ञान, नर्सिंग और पैरामेडिकल की शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त करके हजारों professionals ने राष्ट्र और विशेष रूप से सशस्त्र सेनाओं के लिए अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं।
देवियो और सज्जनो,
मैं आप सब से आग्रह करना चाहूँगी कि चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान पर जोर दें और नवीनतम technology का प्रयोग करें। आज हम देख रहे हैं कि Artificial Intelligence, Precision medicine, 3D printing, telemedicine और अन्य technologies का उपयोग चिकित्सा के क्षेत्र में किया जा रहा है। आप सब को मिल कर यह सुनिश्चित करना है कि हमारी तीनों सेनाओं के सभी कर्मियों की चिकित्सा उच्चतम स्तर की हो। मुझे विश्वास है कि AFMC की टीम इस प्रयास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी।
इस संस्थान के सभी विद्यार्थियों पर बहुत बड़ा दायित्व है। आप सब को देश की रक्षा करने वाले वीरों के स्वास्थ्य की रक्षा करनी है। मुझे विश्वास है कि यह जिम्मेदारी आप पूरी मेहनत और लगन से निभाएंगे। आपने अपने प्रयासों और उदाहरणों से यह सिद्ध किया है कि परिस्थितियाँ चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, बाधाएँ कितनी भी बड़ी क्यों न हों, इच्छा शक्ति प्रबल हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। हम सब कोरोना की महामारी के विकट समय से गुजरे हैं। मुझे Armed Forces Medical Services के वीर पुरुषों और महिलाओं पर गर्व है जिन्होंने कोविड-19 की महामारी का डटकर सामना किया। देशवासी आपकी निस्वार्थ सेवा और साहस को सदैव याद रखेंगे।
आप अपनी प्रतिबद्धता पर सदा अटल रहे हैं और अपनी योग्यता सिद्ध की है। इस ऐतिहासिक अवसर पर, मैं आपसे राष्ट्रीय हित के प्रति अपने संकल्प, उत्साह और प्रतिबद्धता को renew करने का आग्रह करती हूँ। मुझे विश्वास है कि आप इसी प्रकार अपने सभी कार्यों में उत्कृष्टता के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
मैं एक बार फिर AFMC के सभी सदस्यों को शुभकामनाएँ देती हूँ और आप सब के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ। आप सदा देश को गौरवान्वित करते रहें।
धन्यवाद,
जय हिंद!
जय भारत!