भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का फिजी में भारतीय समुदाय के लिए आयोजित स्वागत समारोह में संबोधन
सुवा : 06.08.2024
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Southern Pacific के सबसे खूबसूरत शहर सुवा में, भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों से मिलकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है।
सबसे पहले, मैं आपको आपके पूर्वजों की भूमि भारत के 1.4 अरब भाइयों और बहनों की ओर से, हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। पिछले 24 घंटों में, जब से मैं यहां फिजी में हूं, इस खूबसूरत देश के लोगों की गर्मजोशी और स्नेह से मैं बहुत प्रभावित हुई हूं।
हालांकि यह फिजी की मेरी पहली यात्रा है, हर जगह आपकी उपस्थिति के कारण, मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं घर पर ही हूं! मेरे साथ हमारे राज्य मंत्री श्री जॉर्ज कुरियन, साथ ही लोक सभा के दो सांसद, श्री सौमित्र खान और श्री जुगल किशोर भी हैं, और मुझे यकीन है कि वे भी ऐसा ही महसूस कर रहे होंगे।
मैं Pacific क्षेत्र में अपने भाइयों और बहनों से मिलने का अवसर देने के लिए, फिजी के राष्ट्रपति जी और फिजी सरकार को धन्यवाद देती हूं।
जब भी मैं विदेश यात्रा करती हूं, तो भारतीय समुदाय के सदस्यों और प्रवासी भारतीयों से मिलना, हमेशा एक विशेष एहसास होता है। फिजी एक ऐसा देश है
जिसके साथ हमारा 145 साल पुराना एक विशेष और स्थायी बंधन है। इसलिए यहां आप सब से मिलना, एक अत्यंत आनंददायक अनुभव है।
मेरे भाइयो और बहनो,
भारत के राष्ट्रपति के रूप में, दुनिया भर में हमारे प्रवासी भारतीयों द्वारा लाए गए सकारात्मक बदलाव को देखना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है।
अपनी कड़ी मेहनत, अनुशासन, और मूल्यों से, आप जीवन के सभी क्षेत्रों में सफल हुए हैं। जिन देशों में आप बसे हैं, वहां की अर्थव्यवस्थाओं के निर्माण और विस्तार में आपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सांस्कृतिक क्षेत्र में, हमारे प्रवासी अपने साथ एक समृद्ध और विविध संस्कृति लेकर आए हैं, जिसने उन समाजों को और अधिक समृद्ध किया है।
शिक्षा और ज्ञान को उच्च महत्व देने के कारण, प्रवासी भारतीयों ने लगातार शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल की है, और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपने दोनों देशों के बीच मित्रता को मजबूत करने की प्रक्रिया में एक जीवंत पुल – living bridge - के रूप में भूमिका निभाई है।
जहां भारतीय प्रवासियों ने लगभग हर देश में अपनी छाप छोड़ी है, वहीं फिजी में आपकी असाधारण यात्रा विशेष रूप से दुनिया के लिए महान प्रेरणा का स्रोत है।
अनेक कठिनाइयों के बीच अग्रणी पीढ़ियों द्वारा दिखाया गया दृढ़ संकल्प, उनका संघर्ष और बलिदान, और फिर उनकी सफलता, एक अद्भुत विरासत है। हम आज आप सभी को, और आपके पूर्वजों को याद करते हैं, और उनका नमन करते हैं।
अपनी सांस्कृतिक पहचान को बरकरार रखते हुए, फिजी-भारतीय समुदाय ने अपने नये मातृभूमि को अपनाया है, और इस महान देश के निर्माण में अपना योगदान दिया है, जो Pacific क्षेत्र में आशा की किरण है।
मुझे यह जानकर खुशी है कि श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा, आर्य प्रतिनिधि सभा, भारत सन्मार्ग इक्या संगम, दक्षिण भारत आंध्र संगम, और Fiji Muslim League जैसे विभिन्न संगठनों ने इस सुंदर देश को आकार देने में बहुत मजबूत भूमिका निभाई है।
हाल ही में आयोजित “गिरमिट दिवस” समारोह के दौरान आधुनिक फिजी के निर्माण में गिरमिटों और उनके वंशजों द्वारा किए गए योगदान को मान्यता देने के लिए, मैं फिजी सरकार को भी धन्यवाद देती हूं।
इस संबंध में, “गिरमिट दिवस” को National Holiday घोषित करने, तथा संसद में हिन्दी को आधिकारिक भाषा बनाने का, वर्तमान फिजी सरकार का विशेष कदम, अनुकरणीय उदाहरण हैं।
मेरे भाइयो और बहनो,
कुछ ही दिनों में, भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा।
आज़ादी के समय से अमृत काल तक, हमारा प्रिय देश बहुत आगे बढ़ चुका है। सबसे बड़े और सबसे जीवंत लोकतंत्र के रूप में, भारत आज दुनिया में लोकतंत्र का प्रतीक बन गया है।
हमने दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में, अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। बहुत जल्द हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेंगे।
आज, पूरी दुनिया भारत को science और technology, और विशेष रूप से people-centric technology का उपयोग करने में सबसे आगे मानती है।
हमारी सरकार के सक्रिय प्रयासों और हमारे युवा कार्यबल की असीमित ऊर्जा के कारण, “Made-In-India Innovations” हमारे विकास के अगले चरण को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
अपने नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अथक प्रयास करते हुए, हमने जब भी और जहां भी आवश्यकता हुई, मानवता की भलाई के लिए अपनी capacity और expertise का उपयोग किया है।
इसे COVID-19 महामारी के दौरान देखा गया। अपने अग्रणी drugs and pharmaceuticals industry का उपयोग करते हुए, भारत ने फिजी सहित दुनिया
भर के 100 से अधिक देशों में 160 million से अधिक COVID vaccines पहुंचाने के लिए “Vaccine Maitri” नामक एक अद्वितीय पहल शुरू की।
जैसे-जैसे एक सक्षम और संवेदनशील भारत उभर रहा है, हमने वैश्विक मंच पर प्रमुख leadership roles निभाई हैं।
पिछले साल हमारी G-20 Presidency की ऐतिहासिक सफलता ने प्रदर्शित किया कि भारत की inclusive, decisive, ambitious और action-oriented leadership दुनिया के लिए क्या कर सकती है।
जैसा कि हमने G-20 की अध्यक्षता के दौरान किया था, हम Global South के हितों की जोरदार आवाज उठाने के लिए हर वैश्विक मंच का उपयोग करना जारी रखेंगे और भावी पीढ़ियों के लिए एक निष्पक्ष, न्यायसंगत और सुरक्षित दुनिया बनाने का प्रयास करेंगे।
प्रिय भाइयो और बहनो,
जैसे-जैसे हम 2047 तक एक विकसित भारत के निर्माण के अपने उद्देश्य की ओर बढ़ रहे हैं, हम प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करना चाहते हैं।
हम दुनिया भर में अपने प्रवासी भारतीय समुदाय को, अपने सपनों का भारत बनाने की इस यात्रा में महत्वपूर्ण भागीदार और stakeholder के रूप में देखते हैं।
एक ऐसा भारत जो मानव प्रयास के हर क्षेत्र में किसी से पीछे नहीं होगा। एक ऐसा भारत जो पूरी दुनिया के लिए विकास का engine बनेगा। एक ऐसा भारत जो ‘विश्वबंधु’ के रूप में दुनिया का सच्चा मित्र बना रहेगा।
हमारे प्रवासी भारतीयों के हितों को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने भारतीय प्रवासियों के साथ संबंधों को और गहरा करने, और उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए, Overseas Citizen of India Card या OCI Card सहित कई पहलें शुरू की हैं।
प्रवासी परिवार की युवा पीढ़ी के लिए, हमारे पास उन्हें उनकी Indian roots से जोड़ने के लिए “Know India Programme” है। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि फ़िजी के युवाओं ने अच्छी संख्या में इस programme का लाभ उठाया है।
हमारा द्विवार्षिक वैश्विक प्रवासी सम्मेलन - Pravasi Bharatiya Sammelan 2025 में आयोजित होने जा रहा है। मैं आपको इस सम्मलेन में आमंत्रित करती हूं, और फिजी से एक बड़ा प्रतिनिधित्व देखने के लिए उत्सुक हूं।
एक बार फिर, मेरे प्यारे भाइयो और बहनो, आपने मुझे जो प्यार और स्नेह दिया है, उसके लिए मेरा आभार। इस अनुभव की सुखद यादें आने वाले लंबे समय तक मेरे साथ रहेंगी।
धन्यवाद।