नर्सिंग कार्मिकों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली : 12.05.2015

डाउनलोड : भाषण नर्सिंग कार्मिकों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण(हिन्दी, 271.37 किलोबाइट)

spअंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर आप सभी को शुभकामनाएं देते हुए मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।

1.मैं भारत के नर्सिंग समुदाय के पुरुष और महिला कार्मिकों को अपनी बधाई देता हूं। आप कार्यकौशल और साहस के साथ हमारे देश के सभी इलाकों के नागरिकों की सेवा कर रहे हैं। आपके प्रयास हमारे विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल और स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। आपका समर्पण और धैर्य पोलियो उन्मूलन, दाई सेवाओं तथा समुदायों को शिक्षित करने में आगे रहा है क्योंकि आप उनके बेहतर स्वास्थ्य और बेहतर जीवन स्तर के लिए कार्य करते हैं।

2.इस दिन हम, आप में से उन 35 असाधारण पुरुषों और महिलाओं को सम्मानित करके उनके योगदान का उत्सव मना रहे हैं जिन्होंने नर्सिंग के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के द्वारा नाम कमाया है। इस प्रकार विभिन्न वर्गों के अंतर्गत2015 के फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करना महान ‘लेडी विद द लैंप’ के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उनके संस्थापक प्रयास,पेशेवर नर्सिंग और आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल के विकास के प्रेरणास्रोत और आधार बने।

3. मुझे वर्ष 2015 के लिए अंतरराष्ट्रीय नर्स परिषद द्वारा चयनित विषय‘नर्सिंग: ए फोर्स फॉर चेंज, केयर इफेक्टिव,कॉस्ट इफेक्टिव’ देखभर प्रसन्नता हुई है।

4. यह विशेष रूप से दो स्तरों पर समीचीन है: वैश्विक स्तर पर 2015, सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों के 2015 के बाद के कार्यों की अंतिम रूपरेखा तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण वर्ष है। इस के लिए विश्वभर में नर्सों का योगदान और साझीदारी स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रभावी देखभाल और किफायती समाधान के उद्देश्यों की प्राप्ति में सरकारी और गैर सरकारी संगठनों की सफलता के लिए अत्यावश्यक है।

5. राष्ट्रीय स्तर पर, भारत का नर्सिंग कार्यबल बदलाव का एक बहुमूल्य साधन है। यह सर्वविदित है कि नर्सें भारत के स्वास्थ्य देखभाल उद्योग में विशालतम कार्यबल हैं। यदि वे पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित और सही स्थान पर नियुक्त हों तो वे गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल विकसित करने, स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को सुदृढ़ बनाने तथा अंतरविधात्मक टीमों में प्रभावी रूप से काम करने में मदद कर सकते हैं। उन्हें भारत के लिए उपयुक्त और प्रभावी स्वास्थ्य नीति तैयार करने के लिए योजना और निर्णयकरण, जन-स्वास्थ्य कार्यक्रमों की कुशलता बढ़ाने तथा लागत और अपव्यय को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान देना है।

6.हमारी स्वतंत्रता के बाद से भारत में नर्सिंग सेवाओं और प्रशिक्षण सुविधाओं का काफी विस्तार हुआ है। मैं समझता हूं कि आज हमारे देश के नर्सिंग क्षेत्र में लगभग26 लाख लोग कार्यरत हैं। उनमें से 90प्रतिशत लोग अस्पतालों और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में लगे हैं। एक अग्रणी स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता के तौर पर वे भारत के सभी हिस्सों में कार्यरत हैं। वे ग्राम स्तर पर,तथा शहरी और सुदूर ग्रामीण समुदायों के हमारे घरों तक, प्रभावी रूप से स्वास्थ्य देखभाल प्रदान कर रहे हैं।

7.मुझे प्रसन्नता है कि नर्सिंग सेवाओं की प्रगति, उन्नयन तथा सुदृढ़ता के लिए सेवा पूर्व और सेवाकालीन प्रशिक्षण एवं शिक्षण के विकास हेतु भारत सरकार द्वारा अनेक पहल की गई हैं।

8.ये महत्वपूर्ण उपाय हैं: हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि भारत में प्रति1000 व्यक्तियों पर1.25 नर्सों का वर्तमान स्तर,प्रति हजार पर तीन के विश्व औसत से काफी कम है। कुछ विकसित देशों में यह अनुपात प्रति1000व्यक्तियों पर 9 से 12 नर्स के अंतर के साथ बहुत अधिक है। यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि सहायक नर्सिंग और दाई,सामान्य नर्सिंग और दाई तथा नर्सिंग में बीएससी कार्यक्रमों प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने वाले नर्सिंग संस्थानों की कुल संख्या2005 में 1700 से बढ़कर 2014 में 6500 से ज्यादा हो गई है। इसी अवधि के दौरान, इन दोनों वर्गों में भारतीय नर्सिंग परिषद से पंजीकृत नर्सिंग कार्मिकों की कुल संख्या13.89 लाख से बढ़कर 25.52 लाख हो गई। इस क्षेत्र में किफायती शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने देशभर के269 स्थानों पर सहायक तथा सामान्य नर्सिंग और दाई के प्रशिक्षण के लिए स्कूल आरंभ किए गए हैं। हमें यह सुनिश्चित रखने के लिए इस गति को बनाए रखना जरूरी होगा हमारे देश में नर्सिंग कार्मिकों की आवश्यकता को पर्याप्त रूप से पूर्ण किया जा सके।

9.नर्सिंग कार्मिकों के शिक्षण और प्रशिक्षण पर और अधिक ध्यान दिए जाने की भी आवश्यकता है।12वीं पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत भारत में नर्सिंग सेवाओं के सुधार के कार्यक्रमों और योजनाओं के लिए2150 करोड़ रुपयों का बजट आबंटित किया गया है। इन पहलों के बेहतर कार्यान्वयन के लिए,नई प्रौद्योगिकियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं तथा उनकी प्रगति पर निगरानी के लिए उनका प्रयोग किया जा रहा है। मुझे विश्वास है कि आरंभ किए गए नए उपाय अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने में बहुत सहयोग देंगे।

माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी, देवियो और सज्जनो,

10.मेरा मानना है कि भारत के सरकारी और निजी क्षेत्र के नर्सिंग समुदाय ने जहां भी कार्य किया है और अभी कार्यरत् है,अपने असाधारण समर्पण तथा दायित्वों के प्रति निष्ठा के कारण,अत्यधिक प्रशंसा और सम्मान अर्जित किया है। देश के कार्यबल के एक प्रमुख घटक के रूप में,वे एक अमूल्य पूंजी हैं। विदेशों में चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों में कार्य करते हुए,उन्होंने राष्ट्र की प्रतिष्ठा बढ़ाई है और प्रेषित धन के जरिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अपनी अनुशासित प्रवृत्ति तथा उच्च स्तरीय दक्षता के माध्यम से उन्होंने विश्व के सभी भागों में अतिशय सद्भावना अर्जित की है।

11.इस दिन, जब हम भारत के नर्सिंग समुदाय के महान योगदान को मान्यता और सम्मान दे रहे हैं,मैं उन्हें सफलता के लिए शुभकामना देता हूं। वे अपने देश और लोगों की सेवा करते हुए निरंतर प्रगति करें। राष्ट्र सेवा और सहृदयता की उनकी भेंट के लिए उनका आभारी है।

12.मैं एक बार पुन: माननीय स्वास्थ्य मंत्री तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को भारत में नर्सिंग समुदाय के विकास और प्रगति के लिए बधाई देता हूं।

 

जयहिन्द!

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