नर्सिंग कार्मिकों के लिए नेशनल फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

राष्ट्रपति भवन : 12.05.2017

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speech1. नेशनल फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड, 2017 प्रदान करने के अवसर पर आपके बीच उपस्थित होना सचमुच आनंददायक है। यह प्रतिष्ठित‘लेडी विद द लैंप’के लिए, एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है।

2. मैं सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं और हमारे देश के समस्त नर्सिंग समुदाय को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

देवियो और सज्जनो,

3. भारत की नर्स राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में सबसे अग्रणी है। उनका योगदान इस सफलता में महत्वपूर्ण है। हमारे जैसी विकासशील अर्थव्यवस्था में,नर्सें और दाइयां लागत प्रभावी और साथ ही बेहतर गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य देखभाल देने में महत्वपूर्ण हैं। हमारे देश को उनकी सेवाओं पर गर्व है।

4. मैं अंतरराष्ट्रीय नर्स परिषद द्वारा चुने गए मार्गनिर्देशक विषय‘‘नर्ससः सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक अग्रणी आवाज’’का स्वागत करता हूं। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह वर्तमान स्थिति में यह सबसे उपयुक्त विषय है।

5.हमारे मानको को स्वास्थ्य लाभ के विकासशील आवश्यकताओं के अनुसार मानकों को परिवर्तित करने और हमारी क्षमताओं को अद्यतन करने की आवश्यकता स्वयं स्पष्ट है। हमारे देश को उभरती हुई स्वास्थ्य लाभ संबंधी चुनौतियों से शीघ्रता से निपटने की आवश्यकता है। मुझे यह देखकर प्रसन्नता हुई है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2017में नवान्वेष और नर्सिंग की एक नई गति परिकल्पित हुई है। जैसा कि भारतीय नर्सें स्थानीय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय भूमिकाओं में बड़े कार्य कर रही है,हमें अपने देश में उपयुक्त व्यवसायिक विकास और मानव संसाधन नीतियों और नीति विधान में बढ़ती हुई संख्या में नर्सों के शामिल होने को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। चिकित्सा और स्वास्थ्य लाभ अभ्यास की जटिलताओं की आज यह मांग है कि आज नर्सें पूर्ण रूप से योजना, कार्यान्वयन,अनुसंधान और मूल्यांकन में शामिल हों,जिसके कारण रोगी की देखभाल सफलतापूर्वक हो सके। ये कार्य जिम्मेदारियों और दायित्वों से आते हैं। नर्सिंग प्रोटोकॉल्स कानूनी और नीति फ्रेमवर्क और अभ्यास की मानक दक्षता के अधिकतम उपयोग में सुविधाजनक होने चाहिए।

6.समग्र 20वीं सदी के दौरान और21वीं सदी में नर्सिंग सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए धन्यवाद,जीवन प्रत्याशा बढ़ोतरी और शहरों तथा ग्रामीण भारत में बाल और मातृ मृत्यु की कमी से महत्वपूर्ण लाभ हुआ है।

7.तथापि, इस बात से सचेत रहने की आवश्यकता है कि बहुधा देशों में नर्सों की कमी के चलते,भारत में स्थिति निरंतर अत्यंत विकट बनी हुई है। प्रथमतया हमारी संस्थाओं से जन्मी बड़ी संख्या में नर्सों के प्रवास के कारण भारत के नर्सों और आबादी के बीच कम अनुपात हमें याद दिलाता है कि राज्य और केंद्र सरकार के बीच निकट सहयोग के लिए और अधिक क्षमता निर्माण की आवश्यकता है। मुझे खुशी है कि हमारे देश में नर्सिंग क्षेत्र को मजबूत करने के लिए भारत सरकार इन विषयों का निपटान कर रही है और पिछले दशक से हमारी प्रशिक्षण क्षमता में वृद्धि दर सकारात्मक रही है।

8.मैं नर्स शिक्षकों से आग्रह करता हूं कि वे अधिक नहीं तो संभव नहीं है- तो विश्व के सर्वोत्तम व्यवसायिक,नर्सिंग और दाई के काम के शैक्षिक स्तर को विकसित करें। इस परिश्रम से भारत में नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी और राष्ट्रीय,क्षेत्रीय और वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं का मार्ग भी प्रशस्त होगा।

9. जैसा कि हम भारत में सराहनीय नर्सिंग व्यवसाय को मान्यता देते हैं और उसका सम्मान करते हैं,मैं आपकी सफलता की कामना करता हूं,देश आपकी सेवाओं और दयावान निःस्वार्थ देखभाल के लिए आभारी है। मुझे विश्वास है कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल आवार्ड-2017 गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य लाभ में पुनः समर्पण के लिए समस्त नर्सिंग भाईचारे को प्रेरित करेगा। मैं इस अवसर पर देश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हेतु उनके प्रयासों के लिए माननीय स्वास्थ्य मंत्री,स्वास्थ्य राज्य मंत्री और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

धन्यवाद 
जय हिंद।

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