मोजाम्बिक गणराज्य के राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित राजभोज के अवसर पर माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण
राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली : 06.08.2015
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महामहिम, श्री फिलिपे न्यूसी,
मोजाम्बिक गणराज्य के राष्ट्रपति,
भारत की आपकी प्रथम राजकीय यात्रा पर आपका स्वागत करना मेरे लिए गर्व की बात है। हमारी सरकार तथा जनता की ओर से मैं आपका,मैडम इजौरा न्यूसी का तथा आपके विशिष्ट शिष्टमंडल के सदस्यों का हार्दिक स्वागत करता हूं।
यह वास्तव में संतोष की बात है कि आपकी राजकीय यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और मोजाम्बिक हमारे राजनयिक संबंधों की स्थापना के40 वर्ष मना रहे हैं। मैं इस अवसर पर आपको तथा मोजाम्बिक की जनता को आपकी स्वतंत्रता की40वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भी बधाई देता हूं।
राष्ट्रपति महोदय, यद्यपि हमारी जनता के बीच सदियों पुराने संबंध हैं,परंतु आधुनिक समय में हमारी मैत्री काफी पहले आपके स्वतंत्रता आंदोलन के समय से है। हमारे देश की स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए1947में स्वयं विदेशी सत्ता का जुआ उतार फेंकने के बाद भारत के लिए यह स्वाभाविक ही था कि वह मोजाम्बिक की मैत्रीपूर्ण जनता को उनके संघर्ष में समर्थन दे। भारत की जनता को1975 में मोजाम्बिक की स्वतंत्रता को देखकर वास्तव में प्रसन्नता हुई थी।
भारत को यह देखकर खुशी होती है कि तब से मोजाम्बिक ने गरीबी कम करने,साक्षरता बढ़ाने, अपनी जनता को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने तथा अपने कृषि उत्पादन में अच्छी-खासी वृद्धि हासिल करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। पिछले दो दशकों के दौरान आंतरिक शांति तथा स्थिरता सुनिश्चित करके तथा व्यापक पैमाने पर सुधारों को शुरू करके मोजाम्बिक ने खुद को अफ्रीका की एक सबसे तेजी से प्रगति करती हुई अर्थव्यवस्था में बदल डाला है। महामहिम,इस संबंध में ‘समावेशी समाज’की रचना पर आप द्वारा दिया जा रहा बल प्रशंसनीय है।
महामहिम, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि भारत,हमारे द्विपक्षीय व्यापार तथा निवेश,तकनीकी सहायता और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर तथा आपकी विकास परियोजनाओं को वित्तीय सहायता जारी रखकर मोजाम्बिक के विकास में समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी अर्थव्यवस्थाओं के बीच अनुपूरकताओं से लाभ उठाने तथा कृषि,खाद्य संसाधन, स्वास्थ्य देखभाल तथा आपके प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों के दोहन सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाने के पर्याप्त अवसर हैं।
भारत संयुक्त राष्ट्र, राष्ट्रमंडल तथा हिन्द महासागर रिम एसोसिएशन सहित अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मोजाम्बिक के साथ अपने सहयोग को महत्वपूर्ण मानता है। हमारे दोनों देशों की वैश्विक शासन की संस्थाओं मेंसुधारों के प्रति समान प्रतिबद्धताएं हैं ताकि वे विकासशील देशों की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से प्रतिबिंबित कर सकें। हम,विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता की हमारी उम्मीदवारी में आपके समर्थन की अत्यंत सराहना करते हैं। संयुक्त राष्ट्र के इस70वें वर्ष में,हम इन चिरप्रतीक्षित सुधारों की दिशा में मोजाम्बिक तथा अफ्रीकी संघ और दक्षिणी अफ्रीकी विकास समुदाय के अपने साझीदारों के साथ मिलकर कार्य करने की उम्मीद करते हैं।
महामहिम, मैं इस अवसर पर,यह दोहराना चाहूंगा कि भारत अफ्रीका के साथ अपनी साझीदारी के प्रति पूर्णत: प्रतिबद्ध है। यह, 2008में आरंभ हुए भारत अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलनों की सफलता से प्रदर्शित होता है। भारत,इस वर्ष अक्तूबर में मंच के तीसरे शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। हमें इस शिखर सम्मेलन में मोजाम्बिक की सक्रिय भागीदारी की उम्मीद है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि शिखर सम्मेलन हमारी जनता के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए नए और रचनात्मक विचार प्रदान करेगा।
महामहिम, हमारी सफलता पहले ही परस्पर लाभकारी दक्षिण-दक्षिण सहयोग का एक अच्छा उदाहरण है। मुझे विश्वास है कि आपकी यात्रा के दौरान चिह्नित सहयोग के नए क्षेत्रों से हमारी चिरकालिक साझीदारी और अधिक सुदृढ़ होगी।
महामहिम, इन्हीं शब्दों के साथ,मैं आपकी और मादाम इजौरा न्यूसी की भारत की आनंदपूर्ण और सफल यात्रा की कामना करता हूं।
देवियो और सज्जनो, आइए हम सब मिलकर:
- महामहिम राष्ट्रपति,फिलिपे जसीन्तो न्यूसी और मादाम इजौरा न्यूसी के अच्छे स्वास्थ्य,खुशहाली और कुशलता;
- मोजाम्बिक की जनता की निरंतर प्रगति एवं समृद्धि;तथा
- भारत और मोजाम्बिक के बीच स्थायी मैत्री की कामना करें।
धन्यवाद!