भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का Military Engineer Services के Probationers को सम्बोधन

राष्ट्रपति भवन : 12.07.2024

डाउनलोड : भाषण भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का  Military Engineer Services के Probationers को सम्बोधन(हिन्दी, 131.04 किलोबाइट)

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प्रिय Probationers,

आज मुझे Military Engineer Services के आप सभी अधिकारियों से मिलकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। मुझे बताया गया है कि MES भारत के strategic एवं operational infrastructure के निर्माण एवं रख-रखाव से जुड़े सबसे बड़े एवं सबसे पुराने संस्थानों में से एक है। सीमावर्ती क्षेत्रों में तथा देश के अंदरूनी इलाकों में MES द्वारा सुविधाएं विकसित की जाती हैं। MES, तीनों सेनाओं के साथ-साथ, रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली कई अन्य units को भी अपनी सेवाएं प्रदान करती है। इस प्रकार, यह सेवा भारतीय सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण इकाइयों में से एक है।

Civilians तथा Defence Personnel में ताल-मेल और सहयोग का अच्छा उदाहरण MES में दिखाई देता है। अनेक अवसरों पर MES के लोगों को विपरीत परिस्थितियों में कार्य करना पड़ता है। इस सेवा का आपदा प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जरूरत पड़ने पर MES द्वारा civil administration को भी सहायता प्रदान की जाती है।

मैं आप सभी को इस महत्वपूर्ण सेवा में शामिल होने पर हार्दिक बधाई देती हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस सेवा से जुड़ी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों की गंभीरता का आपको बोध होगा। मैं आशा करती हूं कि आप सभी पूर्ण निष्ठा, कर्तव्य परायणता एवं उच्चतम मानकों के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करेंगे।

प्रिय Probationers,

आप कठिन चयन प्रक्रिया के बाद इस सेवा का हिस्सा बने हैं। यह सफलता आपकी मेहनत, लगन और प्रतिभा का परिणाम है। इस उपलब्धि के लिए मैं आपकी सराहना करती हूं। लेकिन आपकी कार्यकुशलता की परीक्षा अब शुरू हुई है।

आपको निरंतर सजग एवं सचेत रहना है। आपकी सेवा का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि मजबूत infrastructure एवं अच्छी सुविधाएं हमारी defence forces को मिलती रहें। आपकी सफलता की यही कसौटी होगी कि आप जो infrastructure या सुविधाएं उपलब्ध कराएं वे reliability एवं quality के मानकों पर खरे उतरें। यदि management की भाषा में कहा जाए तो defence forces आपके internal customers हैं। आपको अपनी सेवाओं में उच्चतम गुणवत्ता बनाए रखते हुए उनका सम्मान अर्जित करना है।

अपने कार्यकाल में कभी-कभी आपको ऐसा लग सकता है कि आपके निरंतर प्रयासों के बावजूद लोग आपकी सेवाओं से खुश नहीं हैं। हर व्यक्ति को, हर समय, अपेक्षा के अनुसार सेवाएं प्रदान करना बहुत कठिन होता है। लेकिन, यही आपकी चुनौती भी है और कसौटी भी। यदि आप कर्तव्य-निष्ठा के साथ सदैव तत्पर रहेंगे तो आप सफलता और सम्मान अवश्य अर्जित करेंगे।

प्रिय Probationers,

भारत ने विश्व स्तर पर Coalition for Disaster Resilient Infrastructure की शुरुआत की है। ऐसे Infrastructure का निर्माण करते हुए, आपको जलवायु परिवर्तन से संबंधित adaptation और mitigation पर भी ध्यान रखना होगा। आपके द्वारा किए जा रहे कार्यों का Carbon Footprint कम से कम हो, इस आयाम को भी प्राथमिकता देनी होगी। मुझे बताया गया है कि इस दिशा में MES प्रयासरत है। यह जानकर मुझे खुशी हुई है कि College of Military Engineering, Pune एक Carbon Negative Establishment है।

आपका कर्तव्य क्षेत्र केवल engineering तक ही सीमित नहीं है। आपकी जिम्मेदारी सिर्फ technical ही नहीं है, बल्कि ethical और managerial भी है। आपका यह संकल्प होना चाहिए कि आपके प्रत्येक कार्य में देश के संसाधनों का सक्षम एवं प्रभावी उपयोग हो। आपकी कार्य-कुशलता एवं नैतिकता राष्ट्र की सुरक्षा को शक्ति प्रदान करेगी। मैं आशा करती हूं कि आप सभी देशप्रेम और राष्ट्रहित के उच्चतम आदर्शों को अपने कार्यों द्वारा प्रदर्शित करते रहेंगे।

मैं आप सब के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूं।

धन्यवाद!   
जय हिन्द!   
जय भारत!

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