भारत की राष्ट्रपति गोंडवाना विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 05.07.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 5 जुलाई, 2023 को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में गोंडवाना विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं और उसे संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि गोंडवाना विश्वविद्यालय ने समावेशी, कम खर्चीली और उपयोगी शिक्षा प्रदान करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय ज्ञान-विज्ञान, तर्कसंगत दृष्टिकोण, व्यावसायिक कौशल और नैतिक मूल्यों के माध्यम से छात्रों को सशक्त बना रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने एक समान शैक्षिक-पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने, बहु-विषयक अनुसंधान को बढ़ावा देने और स्थायी आजीविका के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम संचालित करने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की शैक्षिक पहल विद्यार्थियों को क्षेत्र और देश के सतत विकास में योगदान देने के लिए तैयार करेगी। उन्होंने जनजातीय समुदायों और पिछड़े वर्गों के युवाओं को शिक्षा के माध्यम से नए अवसर प्रदान करने के लिए गोंडवाना विश्वविद्यालय की सराहना की।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि गोंडवाना विश्वविद्यालय इस क्षेत्र की वन संपदा, खनिज संसाधनों के साथ-साथ स्थानीय जनजातीय समुदायों की कला और संस्कृति के संरक्षण और विकास के लिए कार्यरत है। उन्होंने टैली, बांस शिल्प और वन प्रबंधन जैसे पाठ्यक्रमों के माध्यम से अनुभवात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रशंसा की। उन्होंने विश्वविद्यालय के जनजातीय अनुसंधान केंद्र की स्थापना की भी सराहना की जहां स्थानीय दृष्टि से उपयोगी विषयों पर अनुसंधान किया जाता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि विद्यार्थियों सहित, विश्वविद्यालय समुदाय से वैश्विक समस्याओं के अध्ययन और उनके समाधान की अपेक्षा की जाती है। पारंपरिक ज्ञान, नवीनतम टेक्नोलॉजी और नवाचार और अनुसंधान के माध्यम से जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय गिरावट जैसे गंभीर विषयों पर विचार विमर्श करना और समाधान निकालना उनका कर्तव्य है।
राष्ट्रपति ने कहा कि समाज और देश के समावेशी विकास में युवाओं की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने सपनों को साकार करते हुए अपनी क्षेत्र, अपने विश्वविद्यालय से जुड़े रहने की सलाह दी।